अध्याय 1 "अर्थशास्त्र" -परिचय
Here We have provided summary and revision notes for Class 11 Economics Chapter 1. This CBSE notes contains CBSE Key Notes, CBSE Revision Notes, Short Key Notes, Chapter 1 titled Introduction of Economics taught in class 11. If you are a student of class 11 who is using NCERT Textbook to study Economics, then you must come across the questions like "what is Economics ?" what is meaning of Economics? "How Economics evolve as a subject or evolution of Economics" Who was the father of Economics?" Who are Adam Smith, Alfred Marshall and John Menard Keynes" which was the first book of Economics"
Here you can get topicwise complete "Chapter 1 Introduction of Micro Economics in hindi Class 11" notes in one place.
- व्यष्टि अर्थशास्त्र (Microeconomics)- व्यक्तियों और व्यवसायों के आर्थिक व्यवहारों और विकल्पों के अध्ययन करता है l
- समष्टि अर्थशास्त्र (Microeconomics)- समग्र स्तर पर सम्पूर्ण अर्थव्यवस्था की आर्थिक गतिविधियों का अध्ययन करता है।
"अर्थशास्त्र" शब्द की उत्पत्ति और विकास
अंग्रेजी शब्द 'इकोनॉमिक्स'(Economics) शब्द ग्रीक शब्द "ओइकोनोमोस"(Oeconomos) से बना है, जहां ओइकोस का अर्थ है- घरेलू और नोमोस का अर्थ है- नियम, कानून या प्रबंधन।
इस तरह ओइकोनोमोस का अर्थ है "घरेलू प्रबंधन" या "घर के मामलों का प्रबंधन" - यानी, लोग आय और संसाधन कैसे कमाते हैं और उन्हें अपनी आवश्यकताओं, आराम और विलासिता पर कैसे खर्च करते हैं।
अर्थशास्त्र का विकास
'इकोनॉमिक्स' ग्रीक शब्द 'ओइकोनोमिया' से लिया गया है। इसका अर्थ है 'घरेलू प्रबंधन'.
यूनानी दार्शनिक अरस्तू ने अर्थशास्त्र को 'घरेलू प्रबंधन' का विज्ञान कहा था। यह दर्शाता है कि लोग आय और संसाधन कैसे अर्जित करते हैं और उन्हें अपनी आवश्यकताओं, आराम और विलासिता पर कैसे खर्च करते हैं।
अर्थशास्त्र के क्षेत्र में सबसे पुराना मान्यता प्राप्त लिखित कार्य ओइकोनोमिकस(Oeconomicus) है, जो खेती और घरेलू प्रबंधन पर एक पुस्तक है, जो ग्रीक दार्शनिक ज़ेनोफोन (Xenophon) 5वीं शताब्दी ई.पू. द्वारा लिखी गई थी।
समय बीतने के साथ, "ओकियोनोमिया" शब्द का इस्तेमाल पूरी अर्थव्यवस्था के लिए इस अर्थ में किया जाने लगा और इसे ‘राजनीतिक अर्थव्यवस्था (पॉलिटिकल इकोनोमी’) कहा गया जिसका विषय क्षेत्र था- कैसे एक राष्ट्र दुर्लभ संसाधनों की मदद से अपनी इच्छाओं और प्राथमिकताओं को पूरा करने के लिए कदम उठाता है?
1700 के दशक
एडम स्मिथ को मोटे तौर पर आधुनिक अर्थशास्त्र का जनक या ''पूंजीवाद का जनक'' माना जाता है।
इन्होंने इकॉनोमिक्स(Economics) को राजव्यवस्था से अलग एक स्वतंत्र विषय के रूप में स्थापित किया .
स्मिथ की वेल्थ ऑफ नेशंस-1776 का आज भी आर्थिक चिंतन पर व्यापक प्रभाव है।
उन्होंने तर्क दिया कि अगर बाजार को अकेला छोड़ दिया जाए तो यह सबसे अच्छा काम करेगा और उन्होंने इस बात को बढ़ावा दिया कि अर्थव्यवस्था में थोड़ा सरकारी हस्तक्षेप सबसे अच्छा होगा।
उन्होंने अर्थशास्त्र को धन का विज्ञान अथवा संपदा का विज्ञानं कहा l
1800 के दशक
अल्फ्रेड मार्शल का अर्थशास्त्र के सिद्धांत (1890)
मार्शल ने इस बात पर जोर दिया कि किसी वस्तु की कीमत और उत्पादन उसके आपूर्ति और मांग से निर्धारित होती है।
1900 के दशक
जॉन मेनार्ड कीन्स 20वीं सदी के सबसे क्रांतिकारी अर्थशास्त्रियों में से एक थे।
उन्होंने मुक्त-बाज़ार सिद्धांतों के ख़िलाफ़ तर्क दिया और मंदी को ठीक करने के साधन के रूप में सरकारी भागीदारी या हस्तक्षेप को जरूरी माना;
एक अलग विषय के रूप में समष्टि अर्थशास्त्र (Macroeconomics)की शुरुआत 1936 में कीन्स की उत्कृष्ट कृति, द जनरल थ्योरी ऑफ़ एम्प्लॉयमेंट, इंटरेस्ट एंड मनी (The General theory of Employment, Interest and Money )से हुई।
जॉन मेनार्ड कीन्स समष्टि अर्थशास्त्र (Macroeconomics) के संस्थापक जनक माने जाते हैं।