दुर्लभता की अवधारणा [Concept of Scarcity in Hindi]
Here We have provided summary and revision notes for Class 11 Economics Chapter 1 in hindi. This CBSE notes contains CBSE Key Notes, CBSE Revision Notes, Short Key Notes, Chapter 1 titled Introduction of Economics taught in class 11. If you are a student of class 11 who is using NCERT Textbook to study Economics, then you must come across the questions like "what is Scarecity ?" what is meaning of Scarcity? "How economic activities evolve around scarcity of resources " What are the main reasons behind scarcity?"
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हमारे आस पास मौजूद वे सभी वस्तुएं जो हमारी आवश्यकताओं की पूर्ति कर सकती हों, संसाधन कहलाती हैं.
हमारी आवश्यकताओं की पूर्ति के संबंध में इन संसाधनों का अभाव, कमी या अपर्याप्त होना संसाधनों की दुर्लभता कहलाती है.
दूसरे शब्दों में- मांग के संबंध में किसी संसाधन की आपूर्ति का कम होना, संसाधनों की दुर्लभता कहलाती है
"दुर्लभता " सभी आर्थिक गतिविधियों के मूल में होती है, जिन संसाधनों की दुर्लभता अधिक होती है उनकी कीमत भी अधिक होती है, और जिन वस्तुओं की दुर्लभता कम होती हैं उनकी कीमत भी कम होती है, और इसी तरह जिन संसाधनों की दुर्लभता नहीं होती उनकी कोई कीमत भी नहीं होती. इसे संक्षेप में इस प्रकार समझ सकते हैं -
अधिक दुर्लभता "- उच्च कीमतें | उदाहरण: पेट्रोल, हीरे
कम दुर्लभता "-कम कीमतें | उदाहरण: पानी
दुर्लभता का अभाव- कोई कीमत नहीं | उदाहरण: वायु
संसाधनों की दुर्लभता प्रमुख कारण-
स्पष्ट है कि असीमित मानवीय आवश्यकताओं को पूरा करने वाली वस्तुओं और सेवाओं के उत्पादन के लिए संसाधनों की आवश्यकता होती है और ये संसाधन, सीमित मात्रा में उपलब्ध हैं और साथ ही ऐसे प्रत्येक संसाधन के कई उपयोग (वैकल्पिक उपयोग) भी होतें हैं.
इसलिए हमें संसाधनों की दुर्लभता का सामना करना पड़ता है, इस तरह संसाधनों की दुर्लभता प्रमुख कारण हैं-
संसाधनों का सीमित मात्रा
मानव की असीमित इच्छाएं, और
संसाधनों के एक से अधिक यानि वैकल्पिक प्रयोग