उत्पादन और उत्पादन के कारक (Production And Factors of Production)
व्यष्टि अर्थशास्त्र (Micro-Economics) का अध्ययन करते हुए हमारा सामना कुछ मूलभूत शब्दावलियों और अवधारणाओं से होता है; जैसे -
-उत्पादन क्या होता है (what is Production)
-उत्पादन के प्रमुख कारक या घटक कौन से हैं?(What are factors of Production)
-भूमि क्या है (What is Land)
-श्रम किसे कहते है ?(What is Labour)
-पूँजी से क्या आशय है ?( What is Capital)
-उद्यमिता/ उद्यम किसे कहते है ?(What is Entrepreneurship)
यह लेख इन्हीं सवालों के संक्षिप्त जवाब देने की कोशिस करता है .
उत्पादन(Production)
- उत्पाद (Product) में संसाधनों की अपेक्षा अधिक मानवीय आवश्यकतों की अधिक पूर्ति करने की क्षमता होती है
- सीमित संसाधनों से मनुष्य की असीमित आवश्यकताओं की पूर्ति का बेहतर तरीका 'संसाधनो को उत्पाद में बदलना' माना जाता है
- संसाधनों को उत्पाद में बदलने की प्रक्रिया उत्पादन कहलाती है.
उत्पादन के कारक (Factors of Production)
- वे सभी घटक अथवा कारक, जो किसी प्राकृतिक संसाधन को उत्पाद में बदलने के लिए जरूरी होते हैं , उत्पादन के कारक कहलाते हैं
- उत्पादन संसाधनों की दुर्लभता की समस्या से निपटने की प्राथमिक आर्थिक गतिविधि है इसलिए उत्पादन के साधनों को अर्थव्यवस्था का निर्माण खंड (Building Blocks) माना जाता है ।
- उत्पादन के चार अनिवार्य कारक/ घटक होते हैं-
- भूमि
- श्रम
- पूंजी
- उद्यमिता/उद्यम
उत्पादन के कारकों और इससे सम्बन्धित विभिन्न कारको को इस प्रकार समझा जा सकता है -
भूमि (Land)
- उत्पादन के कारक के रूप में भूमि में किसी वस्तु या सेवा के निर्माण के लिए उपयोग किए जाने वाले प्राकृतिक संसाधन शामिल हैं।
- इसमें नवीकरणीय और गैर-नवीकरणीय प्राकृतिक संसाधन शामिल हैं, जिनमें पानी, खनिज, कीमती धातुएँ, वनस्पति, तेल, प्राकृतिक गैस और अन्य कच्चे माल शामिल हैं।
- इस कारक से उत्पन्न आय को किराया (Rent) माना जाता है।
श्रम (Labour)
- श्रम में शारीरिक और मानसिक कार्यबल दोनों शामिल हैं
- इस कारक से उत्पन्न आय को मजदूरी (Wages) माना जाता है।
पूंजी (Capital)
- इसमें विनिर्माण इकाई/संयंत्र, उपकरण, उपकरण और मशीनरी, कच्चा माल, तैयार माल आदि सहित संसाधन शामिल हैं।
- इस कारक से उत्पन्न आय को ब्याज (Interest) माना जाता है।
- हालाँकि, धन, बांड, स्टॉक और अन्य प्रतिभूतियाँ पूंजी नहीं हो सकतीं क्योंकि उनका उपयोग किसी भी तरह से उत्पादन प्रक्रिया में नहीं किया जाता है।
उद्यमिता/उद्यम (Entrepreneurship)
- भूमि, पूंजी और श्रम महत्वपूर्ण कारक हैं, लेकिन इनके लिए उत्पादन प्रक्रिया की निगरानी और पर्यवेक्षण के लिए किसी न किसी व्यक्ति की आवश्यकता होती है।
- यह कारक अन्य तीनों घटकों को जोड़ता है और सर्वोत्तम आउटपुट उत्पन्न करने के लिए सबसे कुशल उत्पादन प्रणाली को सक्रिय करता है।
- इस कारक से उत्पन्न आय को लाभ (Profit) माना जाता है।
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